चिदंबरम ने बीसीसीआई और नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया (लीड-1)
बीसीसीआई ने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा कथित रूप से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए सुरक्षा सुनिश्चित न कर पाने के कारण ही उसे देश से बाहर ले जाया गया।
बीसीसीआई के प्रमुख शशांक मनोहर ने कहा था कि केंद्र सरकार, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश सरकारों के रवैये के कारण आयोजकों को सुरक्षा कारणों से प्रतियोगिता देश के बाहर ले जानी पड़ी।
चिदंबरम ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैंने आईपीएल के निर्णय के बारे में कई ऐसे वक्तव्य पढ़े जिनमें केंद्र सरकार की आलोचना की गई है। इन वक्तव्यों का जवाब दिया जाना चाहिए। कुछ अनुचित टिप्पणियों का भी प्रत्युत्तर दिया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि अगर मनोहर ने केंद्र सरकार का उल्लेख किया है तो ऐसी टिप्पणियां एकदम अनुचित हैं।
चिदंबरम ने कहा कि अब तक केवल तीन राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने लिखित रूप से आईपीएल की नई तिथियों पर सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है जबकि शेष के जवाब का अभी भी इंतजार है।
आईपीएल को सुरक्षा मुहैया न करवा पाने को राष्ट्रीय शर्म का विषय बताने वाले नरेंद्र मोदी के बयान पर चिदंबरम ने कहा कि वर्ष 2002 में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगे राष्ट्रीय शर्म का विषय थे।
चिदंबरम ने कहा, "राष्ट्रीय शर्म क्या है? देश में अधिकांश लोग सोचते हैं कि गुजरात में वर्ष 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगे राष्ट्रीय शर्म का विषय थे।"
चिदंबरम ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय ने गुजरात सरकार की जांच को खारिज कर दिया और दोबारा जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया। राज्य सरकार अपराधियों को दंडित कर पाने में असफल रही।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।