बॉलीवुड से ज्यादा ग्लैमरस है राजनीति : शत्रुघ्न सिन्हा (लीड-1)
मुंबई, 21 मार्च (आईएएनएस)। अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा का मानना है कि सत्ता के ग्लैमर के आगे बॉलीवुड का गलैमर कोई मायने नहीं रखता। पटना साहिब लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार सिन्हा ने यह भी कहा कि वह मंदिर-मस्जिद विवाद में पड़े बिना विकास के मुद्दे पर ध्यान देते हैं।
उन्होंने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, "जो लोग मंदिर-मस्जिद के झगड़े में पड़ते हैं उन्हें पड़ने दीजिए। मैं मानव मंदिर को लेकर इच्छुक हूं।"
उन्होंने इससे इंकार किया कि समाजवादी पार्टी के साथ उनकी नजदीकी भाजपा पर टिकट के लिए दबाव बनाने की रणनीति थी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह के साथ उनकी मुलाकात निजी थी।
सिन्हा ने कहा, "सच्चाई यह है कि मैंने टिकट के लिए कभी दबाव नहीं बनाया। मैं नहीं चाहता कि लोग मेरे निजी रिश्तों को राजनीति की नजर से देंखे।"
बॉलीवुड के अन्य महारथियों जैसे प्रकाश झा और संजय दत्त के राजनीति में कूदने के बारे में पूछे जाने पर अपनी टिप्पणी में उन्होंने कहा कि ग्लैमर की ताकत सीमित है जबकि ताकत (सत्ता) के ग्लैमर की कोई सीमा नहीं है।
टिकट से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह समय राजनीति के बारे में अपनी धारणा बदलने की है। उन्होंने कहा, "मेरे व्यक्तित्व में कई कमियां हो सकती है लेकिन आपको राजनीति में हमेशा प्रोत्साहित करना पड़ता है। मैं हमेशा अपनी छवि को लेकर सचेत रहता हूं। मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई मामला दर्ज नहीं है। दुर्भाग्यवश आज की राजनीति के लिए यह अयोग्यता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।