सकारात्मक वैश्विक रूझानों से शेयर बाजारों में रही तेजी (साप्ताहिक समीक्षा)
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 210.07 अंकों यानी 2.4 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8966.68 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह यह 8756.61 पर बंद हुआ था।
अर्थव्यवस्था से जुड़ी कुछ अच्छी खबरों से भी बाजार में तेजी दर्ज की गई। जनवरी महीने में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जबकि इस दौरान थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर एक फीसदी से भी नीचे आ गई।
एक शेयर दलाल कंपनी के विश्लेषक ने कहा कि केंद्रीय बैंक द्वारा दरों में कटौती की संभावना के कारण बाजार में तेजी देखी गई।
अगर देखा जाए तो यह सप्ताह छोटी पूंजी वाली कंपनियों के नाम रहा। इस दौरान स्मॉल कैप सूचकांक में 6.15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि मिड कैप सूचकांक में भी 4.57 फीसदी का उछाल हुआ।
बीएसई के सभी 13 सेक्टरों में से केवल पूंजीगत वस्तु सेक्टर के शेयरों में 14.61 प्रतिशत की गिरावट आई। सप्ताह के दौरान धातु शेयरों में 8.41 फीसदी की और तेल व गैस सेक्टर के शेयरों में 4.59 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
इस दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाइयों के शेयरों में 3.55 फीसदी, बिजली सेक्टर के शेयरों में 3.23 फीसदी, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु सेक्टर के शेयरों 3.05 फीसदी, प्रौद्योगिकी सेक्टर के शेयरों में 2.4 फीसदी, उपभोक्ता वस्तुओं व बैंकिंग शेयरों में 2.06 फीसदी और ऑटो सेक्टर के शेयरों में 2.09 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
सूचना प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेक्टर के शेयरों में भी क्रमश: 1.24 और 0.58 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
सेंसेक्स में शामिल जयप्रकाश एसोसिएट्स, डीएलएफ, हिंडाल्को, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, रिलायंस कम्युनिकेशंस, तेल व प्राकृतिक गैस निगम, टाटा स्टील और रैनबैक्सी लेबोरेट्रीज के शेयरों में सबसे ज्यादा उछाल आया।
दूसरी ओर लार्सेन एंड टुब्रो, एसीसी लिमिटेड, ग्रासिम, भारत पेट्रोलियम, सिप्ला और पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
बाजार नियामक संस्था प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (सेबी) के मुताबिक पांच कारोबारी सत्रों में से चार में विदेश निवेशकों ने निवेश किया, हालांकि उन्होंने भारी बिकवाली भी की।
सप्ताह के दौरान बाजार में शुद्ध निवेश 28.290 करोड़ डालर का हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।