जांची जाएंगी मिग 29 की खामियां
वायुसेना के कमांडिंग इन चीफ (मेनटेनेंस) एयर मार्शल गौतम नैय्यर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मिग 29 विमानों के पुर्जों का अल्ट्रा साउंड परीक्षण किया जाएगा। यह परीक्षण बेस रिपेयर डिपो में होगा।
मीडिया से बातचीत करते हु नैय्यर ने बताया कि लड़ाकू विमानों मिग 29 के कुछ पुर्जों में जंग लगती देखी गई है। इसलिए इनका परीक्षण जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह निर्णय नहीं लिया गया है कि मिग 29 को भारतीय वायुसेना अलविदा कहेगी या नहीं।
2010
में
नये
हेलीकॉप्टर
नैय्यर
ने
बताया
कि
भारतीय
वायुसेना
की
नई
योजना
के
अंतर्गत
रूस
से
80
मीडियम
हेलीकॉप्टर
'एमआई17वी5'
खरीदे
जाने
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
वायुसेना
इस
समय
नई
तकनीकियों
से
लैस
हो
रही
है।
इसलिए
लिए
नये
हेलीकॉप्टर
खरीदने
का
निर्णय
लिया
गया
है।
उन
हेलीकॉप्टरों
की
रिपेयरिंग
व
मरम्मत
का
काम
भी
बीआरडी
में
ही
होगा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले रूस की वायुसेना ने करीब 30 फीसदी मिग-29 विमानों को उनकी खामियों के चलते अपने बेड़े से हटा दिया है। उसके बाद इन विमानों को लेकर भारतीय वायुसेना की चिंता भी बढ़ गई थी।
रूस में 200 मिग-29 लड़ाकू विमानों परीक्षण हुआ और जिनमें करीब 90 विमान दोषयुक्त पाए गए, जिन्हें हटा दिया गया। रूसी वायुसेना के बेड़े में करीब 300 मिग-29 विमान हैं।
वहीं भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल फाली होमी मेजर ने कहा है कि जिन मिग 29 विमानों को भारतीय वायुसेना इस्तेमाल करती है वे पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि मिग 29 विभिन्न श्रृंखला में हैं। मेजर ने कहा था, 'जिन विमानों के बारे में रूसी बात कर रहे हैं वे किस श्रृंखला के हैं इसके बारे में मुझे नहीं पता। हमने अपने विमानों की जांच की है और उनमें कोई समस्या नहीं दिखी।'