प्रधानमंत्री पद के लिए आडवाणी-मनमोहन की अपेक्षा मायावती ज्यादा उपयुक्त
बर्धन ने एक निजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, "आडवाणी और मनमोहन की अपेक्षा मायावती प्रधानमंत्री पद के लिए ज्यादा उपयुक्त हैं।"
उन्होंने कहा कि तीसरे मोर्चे की तरफ से वैसे तो प्रधानमंत्री पद के बारे में फैसला चुनाव बाद संख्या बल आ जाने के आधार पर होगा लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि तीसरे मोर्चे के नेताओं में मायावती प्रधानमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार हैं।
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की मुखिया जयललिता को मायावती के प्रधानमंत्री बनने की लालसा से कोई समस्या नहीं है।
बर्धन ने दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कई घटक दलों के नेता लगातार उनके संपर्क में हैं चाहे वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुखिया शरद पवार हो या राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव या फिर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सुप्रीमो रामविलास पासवान हो।
यह पूछे जाने पर कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए क्या वाम मोर्चा कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन करेगा तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। तीसरा मोर्चा पहले स्थान पर रहेगा, कांग्रेस दूसरे और भाजपा तीसरे स्थान पर रहेगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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