गोविंदा नोट बांटने के मामले में जिलाधिकारी से मिले
पाटिल ने आईएएनएस से कहा, "गोविंदा ने सोमवार को लिखित तौर पर अपनी सफाई दे दी थी, हालांकि उनकी दलील संतोषजनक नहीं है। आज उन्होंने दफ्तर आकर अपना पक्ष स्पष्ट किया। अब हमें इस मामले में चल रही जांच रिपोर्ट का इंतजार है।"
गोविंदा ने जिलाधिकारी को बताया कि होली मिलन समारोह और दीपावली के दौरान नोट बांटना उनके परिवार की परंपरा रही है और उन्होंने सिर्फ उसी परंपरा को निभाया है।
जिलाधिकारी गोविंदा की दलील से संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने जानना चाहा कि आखिर वे कौन लोग थे, जिन्हें गोविंदा ने नोट दिए थे और क्या ऐसा करते हुए उन्हें चुनाव की आचार संहिता का उल्लंघन भी किया था?
गोविंदा ने जुहू क्षेत्र में स्थित जिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर पत्रकारों को बताया कि उन्होंने जिस क्षेत्र में नोट बांटे थे, वह उनके उत्तर-पश्चिम संसदीय क्षेत्र के दायरे में नहीं आता है।
गोविंदा ने यह भी कहा कि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि वह इस बार चुनाव लड़ेंगे भी या नहीं, इस लिहाज से उन्हें आगामी चुनावों का उम्मीदवार मानना उचित नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।