वरुण गांधी अब नई मुसीबत में फंसे
लखनऊ। पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी वरुण गांधी पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप के बाद अब एक और सनसनीखेज आरोप लगा है। पीलीभीत में किसान सेवा दल नाम के एक गैर सरकारी संगठन ने बीसलपुर के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) से वरुण के खिलाफ चुनाव प्रचार के दौरान पैसे बांटने का आरोप लगाया है।
एसडीएम एस.एस.अख्तर ने गुरुवार को पीलीभीत में संवाददाताओं को बताया कि किसान सेवा दल ने वरुण पर पैसे बांटने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने गत चार मार्च को बीसलपुर में एक जनसभा के बाद आर्थिक मदद के नाम पर मनीष कुमार, अमित कुमार, लीलावती और सोनू कश्यप के परिवार वालों को पैसे बांटे थे।
अख्तर ने कहा कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद मामले की जांच तहसीलदार जानकी प्रसाद को सौंप दी गई है। साथ ही मामले से राज्य निर्वाचन आयोग को अवगत करा दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि वरुण के कथित भड़काऊ बयान के मुद्दे पर निर्वाचन आयोग ने बुधवार को सख्त कदम उठाते हुए वहां के कुछ अधिकारियों का तबादला कर दिया था। आयोग ने पीलीभीत के जिलाधिकारी महेन्द्र अग्रवाल और पुलिस प्रमुख आर.के. चतुर्वेदी का तबादला कर दिया। इसके अलावा पीलीभीत के अपर जिलाधिकारी एस.एस. कमाल और अपर पुलिस अधीक्षक कुशहर सौरभ निलंबित कर दिए गए।
लखनऊ स्थित राज्य निर्वाचन आयोग के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमृत अभिजीत ने कहा कि वरुण के खिलाफ दर्ज मुकदमे में भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) और 295 भी जोड़नी चाहिए। उनके खिलाफ इसकी धारा-153 (ए) और 188 तथा जनप्रतिनिधि कानून की धारा-125 के तहत मामला दर्ज हुआ है।
इसी बीच निर्वाचन आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से कहा है कि वह वरुण की सभी चुनावी रैलियों की वीडियो ट्रैकिंग की व्यवस्था करें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।