डकैतों ने एक ही परिवार के 9 सदस्यों सहित 12 को जिन्दा जलाया (लीड - 1)
मिली जानकारी के मुताबिक सतना जिले के मझगवां थाना क्षेत्र के बिछियन गांव में बुधवार रात लगभग आठ बजे सुन्दर पटेल गिरोह ने धावा बोला। डकैतों को शक था कि लल्लू गौड़ का पुत्र बेटा लाल पुलिस के लिए मुखबिरी करता है। बेटा लाल भी डकैत रह चुका है और उसने आत्मसमर्पण के बाद पुलिस के लिए मुखबिरी शुरू की थी। इसी शक की बिनाह पर बिछियन गांव पहुंचे डकैतों ने लल्लू के घर के बाहर फायरिंग की।
डकैतों ने सबसे पहले ओम प्रकाश को पकड़कर उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। यह नजारा देखकर लल्लू के परिवार के सभी सदस्य घर के भीतर दुबक गए। बेटा लाल पास के ही गांव खोडरी से ट्रैक्टर में मिट्टी का तेल लेकर आया था। डकैतों ने इसी मिट्टी के तेल को डकैतों ने लल्लू के मकान के चारों ओर छिड़ककर आग लगा दी।
डकैत बाहर खड़े होकर मकान को धू-धूकर जलता देखते रहे और जब उन्हें भरोसा हो गया कि घर के भीतर मौजूद सभी लोग जल गए होंगे तभी वे जंगल की ओर गए। मरने वालों में लल्लू के परिवार की रामकली, माताबाई, ममता, और किरण के अलावा तीन बच्चे वीरू (4 वर्ष), प्रभा कुमारी (2 वर्ष)और दीपक सिंह (8 वर्ष) तथा लल्लू के दो पुत्र बेटा लाल व हाकिम सिंह भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त लल्लू के परिचित ओम प्रकाष, झन्ने मुसलमान तथा संत गौड़ भी मारे गए।
मझगवां थाने के प्रभारी जी़ पी़ सिंह ने आईएएनएस को बताया कि कुल 12 लोग मारे गए हैं। रीवा क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक और सतना के पुलिस अधीक्षक पुलिस बल के साथ मझगवां क्षेत्र में पहुंच गए हैं और वह डकैतों की तलाश जारी है।
मझगवां थाना उत्तर प्रदेश की सीमा पर है और यहां उत्तर प्रदेश के डकैतों का लंबे अरसे से आतंक कायम है। कभी यहां ददुआ की सल्तनत चलती थी तो फिर अंबिका प्रसाद पटेल उर्फ ठौकिया का बोल बाला रहा। इन दोनों ही प्रमुख डकैतों के खात्मे के बाद एक बार फिर डकैतों ने अपना आतंक फैलाना शुरू कर दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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