पाकिस्तान मुंबई हमले की जांच में तेजी लाए : भारत
विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमें पूरी उम्मीद है कि हमले के दोषियों को जल्द से जल्द दंडित किया जाएगा और आतंकी ढांचे को नष्ट किया जाएगा। इस प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए जो भी सहयोग संभव होगा वह मुहैया कराया जाएगा। "
उल्लेखनीय है कि 13 मार्च को विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त शाहिद मलिक से मुलाकात कर औपचारिक रूप से उन्हें भारत के जवाबों वाले दस्तावेज सौंप दिए थे।
जवाबों को हासिल करने के बाद मलिक ने कहा था, "जांच को आगे बढ़ाने में यह हमें सक्षम बनाएगा।"
इन दस्तावेजों के संबंध में गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने संवाददाताओं को बताया था, "उसमें सभी सवालों के जवाब शामिल हैं। जवाबों के पक्ष में आरोपियों की सीडी तथा फोरेंसिक विश्लेषण रिपोर्ट भी दस्तावेजी सबूत के रूप में शामिल हैं।"
जवाबों को पाकिस्तानी उच्चायुक्त को सौंपने के बाद मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा था, "पाकिस्तान ने 16 मार्च से पहले इन जवाबों की मांग की थी। हमने उन्हें काफी पहले ही जवाब सौंप दिए।"
चिदंबरम ने कहा था, "हमले की जांच को गंभीरता से लेने वाला कोई भी व्यक्ति जांच को आगे बढ़ाने के लिए उसमें पर्याप्त सामग्री पा सकता है।"
बताया जाता है कि सौंपे गए जवाबों में आतंकियों के फिंगरप्रिंट के विवरण, उनके आकाओं के साथ फोन पर हुई उनकी बातचीत, जीपीएस डाटा व आतंकियों के यात्रा विवरण, हमले के दौरान मारे गए आतंकियों के आटोप्सी रिपोर्ट, आतंकियों की डिजिटल डायरियां तथा एमवी कुबेर से बरामद जीपीएस सेट से बरामद डिजिटल नक्शे शामिल थे।
हमले के दौरान जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल आमिर कसाब और मारे गए नौ अन्य आतंकियों के डीएनए के विवरण भी पाकिस्तान को सौंपे गए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।