फ्रिट्जल ने हत्या और दासता के आरोप स्वीकार किए
73 वर्षीय फ्रिट्जल ने बुधवार को सेंट पोल्टेन शहर की अदालत में कहा कि वह अपनी बेटी एलिजाबेथ के बच्चे की मौत का दोषी है।
1996 में एलिजाबेथ ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था जिसमें से मिशेल ने 66 घंटे जीवित रहने के बाद दम तोड़ दिया था।
फ्रिट्जल ने अदालत से कहा कि उसने नवजात को जानबूझ नहीं मारा बल्कि उसके स्वास्थ्य का आकलन करने में गलती हुई।
फ्रिट्जल ने अदालत से कहा कि उसने जिस तरीके से अंधेरे तहखाने में अपनी बेटी को कैद किया उस अपराध को दासता की श्रेणी में रखा जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि फ्रिटजल पर आरोप है कि उसने अपनी बेटी के साथ बंद उसके बच्चे को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराई, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
इस मामले की दो दिनों तक बंद कमरे में सुनवाई हुई थी जबकि सुनवाई के तीसरे दिन बुधवार को इसे सभी के लिए खोल दिया गया।
सोमवार को सुनवाई शुरू होने के साथ ही न्यायाधीश एंड्रीया हमर ने कहा था, "यह एक अकेले अपराधी की करतूत है, पूरे शहर या पूरे देश का अपराध नहीं है।"
व्यभिचार और गलत तरीके से बंधक बनाए जाने के आरोप के बारे में फ्रिटजल ने सोमवार को स्वीकार किया था कि वह बार-बार बलात्कार करने का आरोपी है। लेकिन उसने गुलाम बनाने और हत्या के आरोप से साफ इंकार किया था।
फ्रिटजल पर आरोप है कि वह पिछले 24 साल से अपनी बेटी को घर के एक तहखाने में बंद कर दिया और लगातार उसके साथ बलात्कार किया और अपनी ही बेटी से बच्चे पैदा किए।
इस दौरान इस तहखाने में उसकी बेटी ने सात बच्चों को जन्म दिया जिनमें से छह जीवित हैं।
सरकारी वकील क्रिस्टिने बुरखेसर ने कहा था कि फ्रिटजल ने अपनी बेटी को नौ साल तक तहखाने में पूरी तरह अंधेरे में रखा, जहां किसी प्रकार की रोशनी नहीं थी। फ्रिटजल ने अपनी बेटी को पिछले साल अप्रैल तक तहखाने में बंद रखा था।
इस सुनवाई से संबंधित समाचार को प्राप्त करने के लिए दुनियाभर से 200 पत्रकार यहां जुटे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।