वरुण के भड़काऊ बयान पर भाजपा मौन
अरुण जेटली और राजनाथ सिंह के विवाद से पहले ही परेशान भाजपा को वरुण गांधी ने एक बार फिर मुश्किलों में डाल दिया है। वरुण ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में आयोजित एक जनसभा में मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिये।
वरुण के बयान पर भाजपा के आलाकमान चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता वरुण से खासे नाराज हैं। उधर भाजपा के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इस बात को यह कहकर टाल दिया कि वरुण के भाषण में उनके परिवार का कांग्रेसी अतीत झलकता है। इसमें भाजपा की परंपरा नहीं दिखती।
वरुण
का
भड़काऊ
बयान
वरुण
ने
रैली
में
कहा
था,
'यह
हाथ
नहीं
है।
यह
कमल
है।
यह
...का
सर
काट
देगा,
जय
श्रीराम।'
एक
अन्य
सभा
में
उन्होंने
कहा,
'अगर
कोई
हिंदुओं
की
तरफ
उंगली
उठाएगा
या
समझेगा
कि
हिंदू
कमजोर
हैं
और
उनका
कोई
नेता
नहीं
हैं,
अगर
कोई
सोचता
है
कि
ये
नेता
वोटों
के
लिए
हमारे
जूते
चाटेंगे
तो
मैं
गीता
की
कसम
खाकर
कहता
हूं
कि
मैं
उस
हाथ
को
काट
डालूंगा।
अगर
कोई
सोचता
है
कि
ये
नेता
वोटों
के
लिए
हमारे
जूते
चाटेंगे
तो
मैं
गीता
की
कसम
खाकर
कहता
हूं
कि
मैं
उस
हाथ
को
काट
डालूंगा।'
उन्होंने कहा, 'गांधीजी कहा करते थे कि कोई इस गाल पर थप्पड़ मारे तो उसके सामने दूसरा गाल कर दो ताकि वह इस गाल पर भी थप्पड़ मार सके। यह क्या है। अगर आपको कोई एक थप्पड़ मारे तो आप उसका हाथ काट डालिए कि आगे से वह आपको थप्पड़ नहीं मार सके।'
वरुण
का
तर्क
अपने
भड़काऊ
बयान
पर
वरुण
गांधी
ने
कहा
है
कि
मीडिया
ने
उनके
बयान
को
तोड़-मरोड़
कर
पेश
किया
है।
उन्होंने
इसे
सोची
समझी
साजिश
करार
दिया।