श्रीलंका में हालात चिंताजनक और खतरनाक : यूरोपीय संघ (लीड-1)
श्रीलंका की मौजूदा स्थिति के विरोध में ब्रसेल्स में लगभग 5,000 तमिलों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी श्रीलंकाई सेना का विरोध कर रहे थे। उधर तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में श्रीलंका सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में आत्मदाह का प्रयास करने वाले दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मौत हो गई।
ईयू एशिया न्यूज ने यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के आयुक्त बेनिटा फेरेरो वाल्डनर के हवाले से मंगलावर को इस संबंध में जानकारी दी। वाल्डनर ने कहा कि श्रीलंका के युद्धग्रस्त उत्तरी इलाके में लगभग 170,000 लोग फंसे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका सरकार और तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) दोनों ने ही ईयू की संघर्ष विराम की अपील स्वीकार नहीं की।
इस बीच श्रीलंका की मार्क्सवादी पार्टी ने देश के उत्तरी हिस्से में युद्ध के दौरान घायल हुए नागरिकों की चिकित्सा के लिए भारत की एक सुसज्जित चिकित्सकीय इकाई की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
भारत विरोधी के रूप में जाने जाने वाले जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) की ओर से मंगलवार को संसद में कहा गया कि भारतीय सेना की चिकित्सकीय इकाई के 52 सदस्यों के चिकित्सकीय दल की उपस्थिति श्रीलंका की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
जेवीपी के संसदीय दल के नेता अनुराकुमारा दिशानायके ने कहा है कि भारतीय चिकित्सकीय दल के पहुंचने का अंतर्राष्ट्रीय रूप से यह गलत संदेश जा रहा है कि श्रीलंका अपने लोगों की देख-भाल कर पाने में अक्षम है।
ज्ञात हो कि भारतीय चिकित्सकों, शल्य चिकित्सकों, अर्ध चिकित्सकीय कर्मचारियों, तकनीकी कर्मचारियों का एक दल चिकित्सकीय उपकरणों सहित पिछले सप्ताह पूर्वी पत्तन शहर त्रिंकोमाली पहुंचा था। दल ने इसी सप्ताह से युद्ध के दौरान घायल हुए नागरिकों का इलाज करना शुरू कर दिया है।
उधर उत्तरी श्रीलंका में सेना और तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के बीच संघर्ष में कम से कम 29 तमिल विद्रोही मारे गए।
श्रीलंकाई सेना के सूत्रों ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी। संघर्ष में बड़ी संख्या में तमिल विद्रोही घायल भी हुए हैं। यह घटना पूर्वोत्तर मुल्लइतिवु जिले के इरुनापल्लई और पुथुक्कुदिरुप्पु इलाके में हुई।
सेना और लिट्टे के बीच संघर्ष सोमवार सुबह से ही जारी था। सेना के अनुसार 14 विद्रोहियों के शव बरामद हो चुके हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं।
उधर तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में श्रीलंका सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में आत्मदाह का प्रयास करने वाले दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। यह जानकारी मंगलवार को पुलिस ने दी।
पुलिस के अनुसार वीसीके के एन. आनंद(23) और पीएमके के राजशेखर (24) ने क्रमश: कुड्डालोर और अरियालुर में आत्मदाह का प्रयास किया था।
इस मसले को लेकर दिसंबर से अब तक 11 लोग आत्मदाह कर चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।