करात का दावा, जयललिता भी तीसरे मोर्चे के साथ (लीड-1)
चेन्नई में जयललिता ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा, "आज की जरूरत है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से समान दूरी रखने वाले दलों का एक समूह आगे बढ़े। मेरा मानना है कि तीसरे मोर्चे का भविष्य उज्जवल है।"
खुद को प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर बताते हुए उन्होंने कहा, "कम से कम अभी तो मैं प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं। मेरा अभी भी यही मानना है कि प्रधानमंत्री का फैसला चुनाव के बाद होना चाहिए। प्रधानमंत्री बनने की लालसा हर कोई रख सकता है।"
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखने के बारे में पूछे गए एक सवाल के बारे में उन्होंने कहा, "यह संबंधित पार्टियों के अपने-अपने विचार हैं।"
उधर, दिल्ली में करात ने कहा कि जयललिता से उनका निरंतर संपर्क बना हुआ है और वह गैर कांग्रेस एवं गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन में शामिल हैं।
उन्होंने कहा, "एआईएडीएम हमारे संपर्क में है। वे लोग यहां बैठक में नहीं हैं लेकिन हमारे निरंतर संपर्क में हैं।" रविवार को तीसरे मोर्चे की बैठक में जयललिता उपस्थित नहीं थीं लेकिन राज्य सभा में उनकी पार्टी के प्रतिनिधि वी. मैत्रेयन उसमें शरीक हुए थे।
मैत्रेयन ने हालांकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती द्वारा आयोजित रात्रि भोज में हिस्सा नहीं लिया था। उन्होंने वामपंथी दलों और उसके अन्य सहयोगियों के साथ हुई बैठक में जरूर हिस्सा लिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।