संप्रग ने विदेश नीति पर सबसे बड़ा विश्वासघात किया : करात (लीड-1)
नई दिल्ली में सोमवार को करात ने पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा, "संप्रग सरकार के कार्यकाल में देश की विदेश नीति के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात हुआ है। मनमोहन सरकार अपनी गुटनिरपेक्षता वाली विदेश नीति से पूरी तरह पलट गई।"
उन्होंने कहा कि सरकार ने यूरेनियम की कमी के नाम पर अमेरिका के साथ परमाणु समझौता किया जबकि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में ं यूरेनियम का पर्याप्त भंडार है।
करात ने कहा, "हमने वैकल्पिक नीतियां घोषित की है और चाहते हैं कि नए सरकार उनका अनुकरण करे। हमें गैर-भाजपा व गैर-कांग्रेसी वैकल्पिक सरकार की जरूरत है।"
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि देश में मुठ्ठी भर अमीरों और बहुसंख्य गरीबों के बीच दूरियां बढ़ाने के लिए संप्रग ही जिम्मेदार है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली का हवाला देते हुए करात ने कहा कि मनमोहन सरकार ने इसे मजबूत करने की बजाय कमजोर किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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