माया का आवास बना 'भोज राजनीति' का अखाड़ा
इस हाई प्रोफाइल आयोजन के मद्देनजर गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित उनके आवास को सुरक्षा की दृष्टि से किले में बदल दिया गया। दो सौ मीटर की दूरी से ही सभी रास्तों को बंद कर दिया गया और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई।
इस क्षेत्र में रहने वालों और सिर्फ मीडियाकर्मियों को इस दौरान आने-जाने की इजाजत दी गई। आम आदमी के लिए आसपास के सड़कों पर नो-एंट्री थी।
मायावती के निवास के चारों तरफ पत्रकारों का हुजूम मौजूद देखा गया। पूरी सड़क पर तो सिर्फ टेलीविजन चैनलों के ओबी वैन खड़े देखे गए। रकाबगंज रोड पर रहने वाले एक सांसद के ड्राइवर ने कहा, "इतनी बड़ी संख्या में पत्रकारों व पुलिसकर्मियों को मैंने कभी नहीं देखा।"
उल्लेखनीय है कि मायावती ने रात्रि भोज के लिए कांग्रेस व भाजपा विरोधी दलों को आमंत्रित किया है। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस को आगामी लोकसभा चुनाव में हराने की रणनीति पर विचार विमर्श होने की अटकलें हैं।
मायावती ने इससे पहले स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी अकेले के दम पर चुनाव मैदान में उतरेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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