गुडी के जीवन की अंतिम घड़ी करीब (लीड-2)
द सन डॉट को डॉट यूके की रिपोर्ट में लिखा गया है कि गुडी सोमवार से आगे शायद ही जिंदा रह पाएं।
गुडी के एक मित्र ने कहा है, "गुडी की एक समस्या यह है कि वह सोने को लेकर डर गई हैं। उन्हें डर है कि यदि वह सो गईं तो शायद फिर जाग नहीं पाएंगी। वह लगातार रो रही हैं, उनकी आंखें आसुओं से भरी हुई हैं। उन्हें लगने लगा है कि अब अंतिम समय आ पहुंचा है।"
उधर, वेबसाइट 'डेली मेल डॉट को डॉट यूके' के अनुसार गुडी की इच्छा है कि लोग उन्हें एक 'लड़ाकू' महिला के तौर पर याद रखें। एक साक्षात्कार (जिसे वह अपना अंतिम साक्षात्कार मानती हैं) में गुडी ने कहा कि लोग उन्हें एक ऐसी चिड़िया की तरह याद करें जो खूब चहचहाती है।
गुडी ने कहा, "लोग मुझे चहचहाने वाली चिड़िया के अलावा एक लड़ाकू महिला के तौर पर याद करें, क्योंकि मैंने कभी हार नहीं मानी है। मैंने 27 वर्ष की उम्र में सब कुछ पा लिया है। मैंने शादी की, मेरे बच्चे हैं। जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो मुझे खुद पर गर्व होता है।"
गुडी ने कहा कि वह चाहती हैं कि उनका अंतिम संस्कार सार्वजनिक तरीके से हो ताकि वह अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा कर सकें।
उल्लेखनीय है कि गर्भाशय के कैंसर से जूझ रही गुडी की शनिवार रात हालत अचानक खराब हो गई थी। उन्हें बोलने और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
गुडी की सहायक मैक्स क्लिीफोर्ड ने कहा कि शनिवार रात गुडी की हालत अचानक बिगड़ गई। वह बेहद कमजोर हो गई हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।