शरीफ के साथ हजारों लोग उतरे सड़कों पर, लाहौर में टकराव (लीड-5)
स्थानीय समाचार चैनल 'डॉन न्यूज' के अनुसार शरीफ ने लाहौर में मॉडल टाउन स्थित अपने आवास से निकलकर कलमा चौक गए। वहां से लांग मार्च इक्करा इलाके से गुजरते हुए शहर के जीपीओ चौराहे पर पहुंचा। वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता इस्लामाबाद कूच करने के लिए वहां इकट्ठा हुए थे। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे।
सरकार की ओर से जारी नजरबंदी के आदेश को दरकिनार करते हुए शरीफ की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपराह्न् उनके घर का मुख्य द्वार खोल दिया और पुलिस मूक दर्शक खड़ी सब कुछ देखती रही।
शरीफ के साथ उनकी पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे। वे जैसे-जैसे आगे बढ़ते गए उनके पीछे समर्थकों का हुजूम जुड़ता गया। शरीफ का काफिला जब इक्करा इलाके में पहुंचा तो हजारों की भीड़ मार्च में शामिल हो गई।
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान एक पुलिस राज्य में परिवर्तित हो गया है। पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए शरीफ ने वकीलों के इस लांग मार्च के साथ जुड़ने के लिए लोगों का आह्वान किया।
शरीफ ने कहा कि उन्हें नजरबंद करना गैरकानूनी था। उन्होंने कहा कि सरकार हमें किसी हाल में नहीं रोक सकती।
उधर जीपीओ चौक पर वकीलों ने पुलिस पर पथराव किया।
'जियो न्यूज' के अनुसार शरीफ की अगुवाई में मार्च लाहौर से इस्लामाबाद की ओर से बढ़ चुका है। दूसरी ओर सरकार की ओर से नजरबंदी के आदेश के बावजूद शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ और पूर्व क्रिकेटर व तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान रावलपिंडी पहुंच गए हैं।
दर्जनों राजनीतिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इससे पहले रविवार सुबह खबर आई थी कि शरीफ को लाहौर स्थित उनके आवास में तीन दिनों के लिए नजरबंद कर दिया गया है। पीएमएल-एन के प्रवक्ता अहसान इकबाल ने शरीफ को नजरबंद किए जाने की पुष्टि करते हुए कहा था, "सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मियों ने शरीफ के आवास को घेर रखा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और अलोकतांत्रिक है, लेकिन इससे हमारा दृढ़ संकल्प नहीं डगमगाएगा।"
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार रात शरीफ और उनके भाई को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए जाने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने का प्रस्ताव रखा था जिसे शरीफ ने ठुकरा दिया था।
लाहौर में शनिवार रात एक जनसभा में शरीफ ने कहा था, "मैं यहां इस बात का एलान कर रहा हूं कि वकीलों का लांग मार्च इस्लामाबाद पहुंचने तक जारी रहेगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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