करीबियों को टिकट दिलाने में जुटे हैं जेलों में बंद नेता
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव, मोहम्मद शहाबुद्दीन, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सूरज सिंह ऊर्फ सूरजभान और जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के पूर्व सांसद आनंद मोहन ऐसे नेताओं में शुमार हैं जिन पर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे आपराधिक मामले दर्ज हैं और बिहार की विभिन्न जेलों की हवा खा रहे हैं।
सीवान के राजद सांसद शहाबुद्दीन सीवान से अपनी पत्नी हिना शहाब को टिकट दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। हो सकता है कि उनकी पत्नी को टिकट भी मिल जाए, क्योंकि शहाबुद्दीन पर सात आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता अजीत सरकार की हत्या के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव के पिता चंद्रदेव प्रसाद यादव को इस दफा यहां से टिकट मिल सकता है। पप्पू यादव की पत्नी तो अभी भी लोजपा से सांसद हैं।
बलिया के सांसद सूरजभान की पत्नी को इस बार नवादा संसदीय सीट से टिकट मिल सकता है। परिसीमन के चलते बलिया संसदीय सीट बदल गई है। सूरजभान पर एक किसान की हत्या का आरोप है और वे फिलहाल जमानत पर हैं।
पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। आनंद मोहन को बिहार की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी जिसे बाद में पटना उच्च न्यायालय ने आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया। आनंद मोहन ने इस फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दे रखी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।