सरकार बनाने के लिए 272 सीटें कहां है लाएगा तीसरा मोर्चा : कांग्रेस (लीड-1)
पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में मुखर्जी ने कहा, "मुझे तीसरे मोर्चे का गणित समझ में नहीं आ रहा है। आखिर उनका उद्देश्य क्या है? क्या उनका उद्देश्य गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा सरकार बनाना है। क्या आज तक ऐसा हो पाया है?"
उन्होंने कहा, "चुनाव लड़ने वाले दलों की मंशा मैं समझ सकता हूं लेकिन सरकार बनाने के लिए 272 सीटों का आंकड़ा चाहिए होता है। लोकसभा का चुनाव सरकार के गठन के लिए होता है न कि उसे खत्म करने के लिए।"
मुखर्जी ने कहा, "मैं नहीं जानता कि तीसरे मोर्चे का कोई घटक दल किसी को बतौर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगा। मैं नहीं जानता कि उनके पास कोई साझा कार्यक्रम भी है या नहीं और यह मोर्चा यदि किसी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए है तो यह ठीक वैसा ही है जैसा घोड़े के आगे घोड़ागाड़ी को रखना।"
उन्होंने कहा, "तीसरे मोर्चे में जो राजनीतिक दल हैं वे भिन्न-भिन्न विचारधाराओं वाले हैं। सरकार बनाने के लिए दूरदृष्टि और कार्यक्रम होने चाहिए। उनके पास न तो दूरदृष्टि है और न ही कोई कार्यक्रम।"
यह पूछे जाने पर कि क्या वे तीसरे मोर्चे के गठन से चिंतित हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "कतई नहीं।"
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को कर्नाटक में एक रैली के दौरान तीसरे मोर्चे के गठन का एलान किया गया था।
एक सवाल के जवाब में मुखर्जी ने कहा, "प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने में कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस ऐसा इसलिए नहीं कर रही है क्योंकि हमें इसकी जरूरत नहीं है। हमारे पास पहले से ही एक प्रधानमंत्री है।"
आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की पाकिस्तान सरकार से अपील करते हुए मुखर्जी ने कहा, "पाकिस्तान को अपनी भूमि से संचालित होने वाले आतंकवादी ढांचों को ध्वस्त कर देना चाहिए। मुझे पूरी उम्मीद है कि पाकिस्तान ने पूर्व में जो प्रतिबद्धताएं जताई हैं उन पर वह अमल करेगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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