जरदारी एवं गिलानी के बीच मतभेद नहीं : रहमान मलिक
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने पाकिस्तान की एकता पर खतरा मंडराने की दुहाई देते हुए कहा, "राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच कोई विवाद नहीं है। विवाद की सूचना हमारे दुश्मनों ने फैलाई है।"
प्रदर्शनकारी वकीलों से 'लांग मार्च' छोड़कर सरकार के साथ बातचीत करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि एक और पूर्वी पाकिस्तान बनाने की ओर न बढ़ें।
उन्होंने यह बात 1971 में तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान में बांग्लादेश) में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों के संदर्भ में कही।
रहमान ने कहा, "मैं आपसे वार्ता के लिए आने की अपील करता हूं। कृपया अपना प्रदर्शन स्थगित कर दीजिए। आपका मार्च एक बार फिर देश की एकता के खिलाफ है।"
उन्होंने कहा कि यदि आपको मार्च करना है तो स्वात के लिए मार्च कीजिए। देश के लिए मार्च कीजिए।
उन्होंने कहा, "मैं फिर से अपील करता हूं। कृपया देश के हित के बारे में सोचिए। इस्लामाबाद मार्च मत कीजिए। आइए हम अपने मुद्दों का समाधान ढूढ़ते हैं।"
उन्होंने कहा कि लांग मार्च पाकिस्तान के हित के खिलाफ नहीं हो सकता।
मलिक ने सूचना मंत्री शेरी रहमान के इस्तीफे के बारे में पूछे गए सवालों पर जवाब देने से इंकार करते हुए कहा कि केवल वहीं संबंधित प्रश्नों का उत्तर दे सकती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।