ओबामा भी करते हैं अंतरधार्मिक प्राथानाएं
समाचार पत्र 'वाशिंगटन पोस्ट' में इस सप्ताह प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक ओबामा प्रशासन के अंतर्गत राष्ट्रपति की उपस्थिति वाली सभाओं में प्रार्थनाएं आम होती जा रही हैं। यहां तक की आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज जैसी सभाओं में जिनका धर्म से कोई लेना देना नहीं है, वहां भी प्रार्थनाओं का आयोजन किया जा रहा है।
पत्र के मुताबिक इन प्रार्थनाओं से महात्मा गांधी की सभाओं की याद ताजा होती है जिनमें विभिन्न धर्मो की प्रार्थनाओं का आयोजन किया जाता था।
उल्लेखनीय है कि अपने राष्ट्रपति के रूप में अपने आरंभिक भाषण में ओबामा ने कहा था, "हमारा देश ईसाइयों और मुस्लिमों, यहूदियों और हिंदुओं तथा किसी भी धर्म के प्रति आस्था नहीं रखने वाले लोगों का देश है। हमें विविध भाषाओं और संस्कृतियों ने आकार दिया है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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