भारत ने पाकिस्तान को सौंपे 30 सवालों के जवाब (राउंडअप)
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त शाहिद मलिक से मुलाकात की और औपचारिक रूप से उन्हें भारत के जवाबों वाले दस्तावेज सौंप दिए।
जवाबों को हासिल करने के बाद मलिक ने संवाददाताओं को बताया, "जांच को आगे बढ़ाने में यह हमें सक्षम बनाएगा। मैं इसे इस्लामाबाद भेज दूंगा।"
इसके पहले गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने जवाबों के इन दस्तावेजों को विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी को सौंपा था।
चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं को बताया, "उसमें सभी सवालों के जवाब शामिल हैं। जवाबों के पक्ष में आरोपियों की सीडी तथा फोरेंसिक विश्लेषण रिपोर्ट भी दस्तावेजी सबूत के रूप में शामिल हैं।"
जवाबों को पाकिस्तानी उच्चायुक्त को सौंपने के बाद मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा था, "पाकिस्तान ने 16 मार्च से पहले इन जवाबों की मांग की थी। हमने उन्हें काफी पहले ही जवाब सौंप दिए।"
चिदंबरम ने कहा, "हमले की जांच को गंभीरता से लेने वाला कोई भी व्यक्ति जांच को आगे बढ़ाने के लिए उसमें पर्याप्त सामग्री पा सकता है।"
गृह मंत्री ने कहा, "यदि पाकिस्तान मुंबई हमले की जांच को लेकर गंभीर है तो ये जवाब उसे ठोस आधार उपलब्ध कराएंगे। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान जांच को आगे बढ़ाएगा और सभी आरोपियों को भारत को सौंप देगा या फिर खुद उन पर मुकदमा चलाएगा और उन्हें दंडित करेगा।"
सरकारी सूत्रों के अनुसार सौंपे गए जवाबों में आतंकियों के फिंगरप्रिंट के विवरण, उनके आकाओं के साथ फोन पर हुई उनकी बातचीत, जीपीएस डाटा व आतंकियों के यात्रा विवरण, हमले के दौरान मारे गए आतंकियों के आटोप्सी रिपोर्ट, आतंकियों की डिजिटल डायरियां तथा एमवी कुबेर से बरामद जीपीएस सेट से बरामद डिजिटल नक्शे शामिल हैं।
हमले के दौरान जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल आमिर कसाब और मारे गए नौ अन्य आतंकियों के डीएनए के विवरण भी पाकिस्तान को सौंपे गए हैं।
हालांकि पाकिस्तान में फिलहाल राजनीतिक अस्थिरता पसरी हुई है, लेकिन भारत को उम्मीद है कि मुंबई हमले के आरोपियों के खिलाफ इस्लामाबाद विश्वसनीय कार्रवाई करेगा। लेकिन उसे इस बात की चिंता भी है कि पाकिस्तान की कमजोर सरकार आरोपियों के खिलाफ कितना कार्रवाई कर पाएगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने संवाददाताओं को बताया, "हमें उम्मीद है कि इन दस्तावेजों के सौंपे जाने के बाद पाकिस्तान सरकार मुंबई हमले के आरोपियों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई करेगा और अपने देश में आतंकी ढांचे को ध्वस्त करेगा।"
लेकिन पाकिस्तान में भारत के पूर्व राजदूत रहे जी.पार्थसारथी ने आईएएनएस को बताया, "राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के कद में जिस तरह गिरावट आ रही है, पाकिस्तान से हमें कोई खास उम्मीद नहीं करनी चाहिए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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