केरल का संकट निपटाने के लिए माकपा ने येचुरी को आगे किया (लीड-1)
सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) शुक्रवार को उस समय संकट से घिर गया जब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को यह कहते हुए अल्टीमेटम दे दिया कि यदि उसे पोन्नानी सीट नहीं मिलती है तो वह राज्य की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
माकपा के केंद्रीय नेतृत्व ने येचुरी को पार्टी के राज्य सचिव पिनराई विजयन और भाकपा के राज्य सचिव वेलियम भार्गवान के बीच जारी विवाद निपटाने को कहा है।
माकपा के एक नेता ने नई दिल्ली में कहा, "माकपा की केरल ईकाई संकट दूर करने के प्रयास कर रही है।"
इस बीच विजयन ने तिरुवनंतपुरम में कहा, "वाम एकता में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। भाकपा एलडीएफ के साथ है और तब तक साथ रहेगी जब तक वह अपने सिद्धांतों पर अड़िग रहेगी।"
इससे पहले, भार्गवान ने कहा कि सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर अब माकपा के साथ कोई बैठक नहीं होगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हम 16 मार्च को माकपा नेताओं से मुलाकात करेंगे। यदि वे हमें पोन्नानी सीेट नहीं देते हैं तो हम सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
भार्गवान ने कहा कि उनकी पार्टी जनता दल सेक्यूलर और केरल कांग्रेस (जोसेफ) की सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। माकपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "क्या इस प्रकार कोई गठबंधन काम करता है।"
भार्गवान ने कहा, "हमारे समर्थन के बिना माकपा का एक भी उम्मीदवार जीत दर्ज नहीं कर पाएगा। माकपा जिस प्रकार का रवैया अपना रही है वह राजनीतिक मोर्चे के अनुकूल नहीं है। "
वर्ष 2004 में हुए आम चुनाव में राज्य में माकपा 14, भाकपा 4 और जनता दल सेक्यूलर और केरल कांग्रेस (जोसेफ) ने एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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