सांप्रदायिक हिंसा में बदले होली के रंग
यह घटना वाराणसी जिले की है, जहां बुधवार को दो समुदायों के दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। हिंसा इतनी बढ़ गई कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि होली उत्सव के दौरान उत्पन्न तनाव को सांप्रदायिक हिंसा में तब्दील होने से रोकने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाई। यह घटना शहर के भेलपुर थाना के तहत बजरिडिहा की गैरिया मस्जिद के समीप की है।
वाराणसी के शहर पुलिस अधीक्षक विजय भूषण ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि तनाव उस समय पैदा हो गया जब एक समुदाय के कुछ लोगों ने मदरसा से लौट रहे लोगों को रंग लगा दिया। इसके बाद हुई कहासुनी हिंसा में तब्दील हो गई और दोनों गुट शांत होने का नाम नहीं ले रहे थे।
दंगाई पत्थर और गोलीबारी के बारे में बात कर रहे थे, ऐसे में पुलिस के सामने बल प्रयोग के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। शुरू में पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन इसी बीच कुछ लोगों ने गोलियां चलाईं और पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
भूषण ने कहा कि पुलिस ने दोनों पक्षों के कम से कम 10-10 लोगों को हिरासत में लिया है। प्रभावित इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पुलिस चौबीसों घंटे गस्त कर रही है। इसके अलावा इलाके में सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।