जांच में खुलासा, ढाका विद्रोह पूर्व नियोजित था
विद्रोह की जांच कर रहे पैनल ने खुलासा किया है कि विद्रोहियों के बारे में कुछ बाहरी लोगों को पता था।
समाचार पत्र डेली स्टार ने मंगलवार को एक जांचकर्ता के हवाले से लिखा है, "वीडियो फुटेज और तस्वीरों को देखने के बाद हमने पाया है कि विद्रोह में करीब 450 जवान शामिल थे।"
अधिकारी ने कहा कि वे अब गिरफ्तार जवानों से पूछताछ के आधार उन 450 विद्रोहियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।
कम वेतन और काम करने की खराब परिस्थितियों के कारण 25-26 फरवरी को बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बल बीडीआर के जवानों ने विद्रोह कर दिया था।
अधिकारी ने कहा कि वे बांग्लादेश राइफल्स के उन 10-12 जवानों की पहचान कर रहे हैं जिन्होंने 33 घंटे तक चले खूनी खेल में विभिन्न गुटों का नेतृत्व किया।
एक अन्य जांचकर्ता ने कहा, "जांच से पता चला है कि यह नियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। जब विद्रोहियों के एक गुट ने बांग्लादेश राइफल्स के महानिदेशक मेजर जनरल शकील अहमद पर दरबार हॉल में हमला कर उन्हें मार दिया उसी वक्त दूसरा गुट उनके अवास पर हमला कर वहां तैनात दो सुरक्षाकर्मियों को मार दिया।"
जांचकर्ताओं ने कहा कि ड्यूटी चार्ट के जला देने या फिर उसे नष्ट कर देने के कारण उन्हें यह पता करने में दिक्कत हो रही है कि विद्रोह के वक्त बांग्लादेश राइफल्स के मुख्यालय पर कौन जवान तैनात थे और मुख्यालय के अंदर हथियारों से लैस कितने जवान थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।