येले का नया विभाग जलवायु परिवर्तन के विकल्पों का विश्लेषण करेगा : पचौरी
पचौरी ने कहा, "जलवायु परिवर्तन वैश्विक स्तर पर सरकारी नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, खासतौर से अमेरिका में।"
ज्ञात हो कि पचौरी को कॉनेक्टिकट के न्यू हेवेन में स्थित येले युनिवर्सिटी में जलवायु परिवर्तन पर स्थापित किए गए एक नए संस्थान का मंगलवार को पहला निदेशक नियुक्त किया गया।
निदेशक नियुक्त किए जाने के बाद पचौरी ने कहा, "लागत की प्रभावकता, रोजगार की उलझनें, आर्थिक परिणामों में वृद्धि और कई अन्य सहायक लाभों के लिहाज से शमन के विकल्पों के वस्तुनिष्ठ विश्लेषण की एक बड़ी जरूरत होगी।"
उत्सर्जित होने वाली ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) का शमन आज पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है, क्योंकि जीएसजी उत्सर्जन में बढ़ोतरी के कारण जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में कृषि उत्पादों पर असर पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण बाढ़, सुखाड़, तूफान व समुद्र का जल स्तर ऊपर उठ रहा है। विकासशील देश इसके प्रभाव का सबसे ज्यादा खामियाजा भुगत रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।