55 अरब रुपये की विद्युत परियोजना के खिलाफ हैं छत्तीसगढ़ के किसान
कंपनी 1,200 मेगावाट उत्पादन क्षमता वाली अपनी कोयला आधारित विद्युत परियोजना के लिए 250 किसानों से सीधे संपर्क करके भूमि खरीदने का प्रयास कर रही है।
रैली का नेतृत्व कर रहे गंगुराम बघेल ने आईएएनएस को बताया, "आज की रैली इस बात के लिए आयोजित की गई है ताकि कंपनी रायखेड़ा से अपने एजेंटों को वापस बुला ले जो किसानों से झूठे वादे कर रहे हैं। चूंकि यह संयंत्र प्रदूषण बढ़ाएगा इसलिए हम नहीं चाहते कि यह स्थापित हो। यहां पहले से ही 12 से अधिक स्पांज आयरन संयंत्र चल रहे हैं।"
कंपनी को संयंत्र स्थापित करने के लिए करीब 1,200 एकड़ भूमि की आवश्यकता है और वह इसके 60 फीसदी हिस्से का अधिग्रहण करेगी जबकि शेष हिस्सा राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
बेंगलुरू की कंपनी जीएमआर एनर्जी ने जून 2007 में छत्तीसगढ़ सरकार के साथ इस विद्युत संयंत्र की स्थापना का समझौता किया था। समझौते के मुताबिक कंपनी को कुल उत्पादित विद्युत का 35 फीसदी राज्य को देना होगा।
इंडो-एशियन न्यृूज सर्विस।