पाकिस्तान के हालात बेहद चिंताजनक : मिलिबैंड
लंदन, 6 मार्च (आईएएनएस)। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड मिलिबैंड ने कहा कि पाकिस्तान की नीतियों में भटकाव के चलते उसके विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है।
मिलिबैंड ने बीबीसी से बातचीत में यह बातें कही। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की स्थिति बेहद चिंताजनक है। आतंकवादी घटनाओं में आई तेजी के चलते वहां की स्थिति और भी खराब होती जा रही है।"
पाकिस्तान के उत्तरी-पश्चिमी सीमांत प्रांत (एनडब्ल्यूएफपी) संबंधी नीति की आलोचना करते हुए मिलिबैंड ने कहा कि इस क्षेत्र के आतंकवादियों से शांति समझौता करने की रणनीति में पाकिस्तान ने तारतम्यता नहीं बरती। ज्ञात हो कि एनडब्ल्यूएफपी अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों का गढ़ है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारी ने आतंकवाद के खिलाफ सही रणनीति नहीं अपनाई जिसका खामियाजा उसे आज भुगतना पड़ रहा है। एनडब्ल्यूएफपी के कई इलाकों में हालात बेहद गंभीर हैं और उसका असर अफगानिस्तान की सीमा पर भी दिखाई पड़ता है। पाकिस्तान की विभिन्न सरकारों द्वारा इस क्षेत्र की अवहेलना करते रहना भी इसका एक प्रमुख कारण है।
मिलिबैंड ने यह मानने से इंकार किया कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ आतंकवाद को काबू करने में बहुत हद तक सफल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुशर्रफ ने अपनी जनता का विश्वास खो दिया था और आतंकवाद जैसी विकराल समस्या का समाधान बगैर जनता के सहयोग से नहीं हो सकता है।
मिलिबैंड ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी सरकार से लगातार अपील की कि वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के ठिकानों को तहस-नहस करे लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि लश्कर ने अपनी जड़ें बहुत फैला ली हैं। उसने कई कल्याणकारी संस्थाएं बना ली हैं और कई स्कूल आरंभ कर दिए हैं।
मिलिबैंड ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से अपील की कि पाकिस्तानी नेता अपने आपसी राजनीतिक मतभेदों को खत्म कर आतंकवाद का सामना करने के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को वास्तविक खतरा उसके पारम्परिक बाहरी दुश्मनों से नहीं है बल्कि आंतरिक तत्वों से है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।