तिब्बती 10 मार्च को मनाएंगे निर्वासन की 50वीं वर्षगांठ
उत्तेजित तिब्बती समुदाय ने इस स्मृति में वर्ष 2009-10 तक विरोध प्रदर्शनों सहित कई अन्य तरह के कार्यक्रमों की योजना तैयार की है।
तिब्बत के निर्वासित संसद के एक सदस्य कर्मा येशी ने आईएएनएस को बताया, "10 मार्च तिब्बतियों के लिए एक पवित्र दिन है। इस बार यह दिन ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे संघर्ष का 50वां साल है। यह दुनियाभर में फैले तिब्बतियों के लिए महत्वपूर्ण है।"
येशी ने कहा, "जहां हजारों तिब्बती निर्वासन का जीवन बिता रहे हैं, वहीं लाखों तिब्बती, तिब्बत में रह कर चीनी शासन की प्रताड़ना झेल रहे हैं।"
उल्लेखनीय है कि तिब्बत पर चीन के कब्जा कर लेने के बाद तिब्बत के बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा सहित अनेक तिब्बतियों ने वर्ष 1959 में भारत में शरण लिया था।
दलाई लामा को अहिंसा के जरिये तिब्बत के लिए संघर्ष के वास्ते वर्ष 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।