'गांधी की वस्तुओं की स्वदेश वापसी भारत के लिए गर्व का क्षण'
मोदी ने आईएएनएस को बताया, "प्रत्येक भारतीय के लिए यह गर्व का क्षण है। गांधीजी की वस्तुओं को अंतत: विजय माल्या ने बोली लगाकर जीत लिया और वे भारत वापस आ गईं।"
माल्या ने कहा है कि गांधी की वस्तुओं को हाथ में आ जाने के बाद वे उसे भारत सरकार को सौंप देंगे।
मोदी ने कहा, "माल्या इन वस्तुओं को नई दिल्ली में राजघाट स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय को भेंट कर सकते हैं या फिर महात्मा गांधी से जुड़ी देश की किसी भी संस्था को दे सकते हैं।"
मोदी ने कहा, "यह हमारे लिए एक ओछा विचार होगा कि गांधी की वस्तुओं को रखने का अधिकार मात्र साबरमती आश्रम को ही है। गांधीजी पूरे देश के हैं, न कि सिर्फ साबरमती आश्रम के।"
इसके पहले केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री अंबिका सोनी ने कहा था कि माल्या ने भारत सरकार के सहयोग से महात्मा गांधी की वस्तुओं को खरीद लिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।