प्रदर्शनों के बाद 6 पुलिसकर्मी निलंबित
पुलिस ने इससे पहले दावा किया था कि बुधवार तड़के एक कार का पीछा करने के बाद उन्होंने दो लुटेरो को मार गिराया। लेकिन मारे गए दोनों व्यक्तियों में से एक के पिता का कहना है कि कथित गोलीबारी से छह घंटे से भी ज्यादा समय पहले पुलिस उनके पुत्र को बसअड्डे से पकड़कर ले गई थी।
पुलिस अधीक्षक(शहर) अनंत देव ने आईएएनएस को बताया कि एक उपनिरीक्षक समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी बुधवार रात दर्ज की गई और गुरुवार सुबह उन्हें निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में हत्या का आरोप भी शामिल है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अखिल कुमार ने काजी के.जेड.बुखारी के नेतृत्व में वरिष्ठ नागरिकों से मुलाकात के बाद इस संबंध में शिकायत दर्ज करने का आदेश दिया था।
अब्दुल अजीज, जिनकी शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, का कहना है कि उनका पुत्र रईस अपने मित्रों अनीस और फिरोज के साथ रात करीब 10.00 बजे बस अड्डे पर बस का इंतजार कर रहा था। तभी पुलिस की एक जीप उनके पास आकर रुकी। जीप में छह पुलिसकर्मी सवार थे।
उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी फिरोज और रईस को अपने साथ यह कहकर ले गए कि पूछताछ के बाद छोड़ देंगे। अजीज ने एक उपनिरीक्षक की पहचान एच.एन. सिंह के रूप में की।
अजीज ने बताया कि उनका पुत्र रात भर घर नहीं लौटा और सुबह के अखबारों में उन्होंने उसका फोटो देखा। इसके बाद पूरे शहर में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे। इस मामले की मैजिस्ट्रेट द्वारा जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।