मुशर्रफ के शासन काल में पाकिस्तान ज्यादा सुरक्षित था : सीआईए अधिकारी
लादेन की खोज में अच्छा-खासा समय बिता चुके माइकल शियूरर ने कहा कि पश्चिमी देशों के दबाव के कारण मुशर्रफ को विवशता में अपना पद छोड़कर पाकिस्तान में संवैधानिक सरकार की स्थापना के लिए जरूरी कदम उठाने पड़े लेकिन इससे पाकिस्तान एक खतरनाक देश बन गया।
शीयूरर ने कहा कि श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर हुए हमले के कई कारण हो सकते हैं। इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने उत्तरपूर्वी सीमावर्ती प्रांत में तालिबान के साथ शांति समझौता करके एक तरह से हथियार डाल दिए हैं। इससे आतंकवादी संगठनों को यह इशारा मिल गया है कि पाकिस्तान पर हमला करना बेहद आसान हो गया है।
शियूरर ने कहा, "पाकिस्तान नाकामी की ओर बढ़ रहा है और इसके लिए पूरा पश्चिम जगत दोषी है। संवैधानिक सरकार के आने के बाद वहां मुश्किलें ज्यादा बढ़ी हैं जबकि मुशर्रफ के शासनकाल में स्थिति इतनी भयावह नहीं थी। आज की सरकार आतंकी हमलों को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है।"
इंडो-एशियन न्यू्ज सर्विस।