लाहौर हमले के बाद षड़यंत्र की कहानियां!
इसके अलावा यह भी कि फोन करने वाला वह अज्ञात व्यक्ति कौन था, जिसके कारण श्रीलंकाई खिलाड़ियों को ले जा रही बस का मार्ग बदल दिया गया, और वह हमले वाले रास्ते पर पहुंच गई?
मंगलवार को श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर किए गए हमले के इर्द-गिर्द उड़ रही षड़यंत्र की ये तीन कहानियां हैं।
हमले में छह सुरक्षा कर्मियों सहित पाकिस्तान के आठ लोग मारे गए थे और छह खिलाड़ी घायल हो गए थे।
समाचार पत्र द न्यूज में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक क्राइम इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने पंजाब सरकार को 22 जनवरी 2009 को श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हमला करने की भारत की एक योजना के बारे में सटीक चेतावनी दी थी।
सीआईडी ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा था कि आतंकी हमला रा द्वारा अंजाम दिया जाएगा। खासतौर से उस समय जब श्रीलंकाई टीम होटल व स्टेडियम के बीच रास्ते में होगी।
'सोर्स रिपोर्ट' विषय के साथ 'सीक्रेट/इमीडिएट' शीर्षक वाली सीआईडी की रिपोर्ट में लिखा है, "विश्वस्त सूत्रों द्वारा पता चला है कि भारतीय खुफिया एजेंसी रा ने पाकिस्तान दौरे के दौरान श्रीलंकाई टीम पर हमले के लिए अपने एजेंटों को जिम्मेदारी सौंपी है। हमला उस समय किया जाएगा जब टीम होटल और स्टेडियम के बीच रास्ते में होगी।"
सीआईडी की रिपोर्ट में लिखा है, "यह स्पष्ट है कि रा यह दिखाना चाहता है कि पाकिस्तान, खेलों के आयोजन के लिहाज से एक असुरक्षित देश है। वह भी ऐसे समय में जब भारतीय और यूरोपीय टीमें सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान दौरा पहले ही स्थगित कर चुकी हैं।"
रिपोर्ट में आगे लिखा है, "रा ने जमात उद दावा के नेताओं और उसके ठिकानों के फोटोग्राफ भी जुटाए हैं, ताकि उन्हें निशाना बनाया जा सके।"
लेकिन द न्यूज ने लिखा है, "तीन मार्च की जिस घटना को पूरी दुनिया ने देखा, उसे लेकर सौ टके का सवाल यह उठता है कि यदि देश की खुफिया एजेंसी ने इस तरह की स्पष्ट चेतावनी दे रखी थी, तो पंजाब के गवर्नर ने उसे इतनी सहजता से क्यों लिया?"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।