सत्यम घोटाले व मुंबई हमले से भारत की आउटसोर्सिग छवि को धक्का
वाशिंगटन, 4 मार्च (आईएएनएस)। वैश्विक आर्थिक संकट, सत्यम में घोटाले की घटना और मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के आलावा चीन में आपूर्ति चेन और जल परिवहन खर्च में बढ़ोतरी के कारण अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियां दोनों पारंपरिक आउटसोर्सिग गंतव्यों से अपने कदम खींच रही है।
इन तीन वैश्विक कारकों का उल्लेख करते हुए अमेरिका के अग्रणी अकाउंटिंग और सलाहकार संगठन बीडीओ सेडमैन ने अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट में मंगलवार को कहा कि कई प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और अमेरिका की तुलना में अमेरिका को संभावित आउटसोर्सिग गंतव्य के रूप में चुनाव कर सकती हैं।
बीडीओ सेडमैन में साझेदार डौगलस सिरोट्टा ने कहा, "पिछले साल आउटसोर्सिग में काफी बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन मांग में आई कमी के कारण वर्ष 2009 में इसमें कमी आ सकती है। उनके लिए अमेरिका अब ज्यादा उपयुक्त विकल्प के रूप में उभरा है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी के कारण पारंपरिक आउटसोर्सिग केंद्र के रूप में उभरे भारत व चीन से वर्तमान वैश्विक कारकों के कारण कंपनियां अपने पांव खींच रही हैं।
सत्यम घोटाले और मुंबई पर आतंकवादी हमले से कई कंपनियों ने भारत में अपने काम-काम पर विचार करना शुरू कर दिया है।
वर्तमान में करीब दो तिहाई (62 फीसदी) अमेरिकी कंपनियां अपनी सेवाओं को आउटसोर्स करती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।