अमेरिका से लौटेंगे एक लाख भारतीय, चीनी
वाशिंगटन, 2 मार्चः वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण अमेरिका से अगले तीन से पांच वर्षो में एक लाख भारतीय और इतनी ही संख्या में चीन के लोग अपने देश लौटेंगे ।
एक अध्ययन के अनुसार इतनी भारी संख्या में भारतीयों और चीनीयों के स्वदेश लौटने से जहां अमेरिका में प्रौद्योगिकी उद्योग प्रभावित होगा वहीं इससे इन दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
विवेक वाधवा के नेतृत्व में ड्यूक, हार्वर्ड और बर्केली विश्वविद्यालय की एक टीम द्वारा आव्रजन पर किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि अमेरिका का नुकसान दुनिया के लिए फायदे का सौदा होगा।
ड्यूक विश्वविद्यालय में प्रैट स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के कार्यकारी वाधवा ने कहा, "आर्थिक संकट को देखते हुए मेरा आंकलन है कि अगले तीन से पांच सालों के भीतर एक लाख भारतीय और इतने ही चीनी स्वदेश लौट जाएंगे।"
उन्होंने कहा, "पश्चिमी शिक्षा और कौशल की इस बाढ़ से भारत और चीन की अर्थव्यवस्थाएं काफी मजबूत होंगी।"
उन्होंने कहा, "भारत पहले ही वैश्विक स्तर पर शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में हब बन चुका है। नए पेशेवरों के लौटने से इसका दायरा और बढ़ेगा।"