लाहौर हमला : श्रीलंकाई खिलाड़ियों के साथ है क्रिकेट जगत (लीड-2)

By Staff
Google Oneindia News

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद, वकार यूनुस, वसीम अकरम, रमीज राजा, इंजमाम उल हक और सलीम मलिक ने एक स्वर में कहा कि इस घटना से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत में उनके देश की छवि पहले से अधिक खराब हो जाएगी।

लाहौर टेस्ट मैच में कमेंटेटर की भूमिका अदा कर रहे रमीज राजा ने कहा कि वह इस घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हैं। बकौल राजा, "इस घटना पर यकीन नहीं हो रहा है। किसी ने सोचा तक नहीं था कि क्रिकेटरों पर इस तरह हमला होगा, लेकिन सच्चाई यह है कि यह घटना घट चुकी और इससे हमारा दिल खून के आंसू हो रहा है।"

इंजमाम ने कहा, "यह घटना बेहद निंदनीय है। इससे 2011 के सह मेजबान के तौर पर पाकिस्तान की छवि बेहद खराब हो जाएगी। यह पहला मौका है, जब क्रिकेटरों को सीधे तौर पर निशाना बनाया गया है और वह भी हमारे देश में। अब यहां कोई देश खेलने के लिए नहीं आना चाहेगा।"

सलीम मलिक ने कहा कि इस आतंकवादी घटना के बाद पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले जाने की संभावना बहुत कम रह गई है। उन्होंने कहा, "इस घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है। इसके काफी गंभीर परिणाम सामने आएंगे। सबसे पहला प्रभाव पाकिस्तानी क्रिकेट पर पड़ेगा क्योंकि अब यहां कोई भी देश खेलना नहीं चाहेगा।"

मियांदाद ने इसे सुनियोजित हमला करार दिया। उन्होंने कहा, "जो कुछ हुआ, उसे देखते हुए यह कहना बेहद आसान है कि यह एक सुनियोजित हमला है। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने हमेशा हमारी मदद की है। उन्होंने पाकिस्तान आने से कभी इंकार नहीं किया है। हम संकट की इस घड़ी में उनके साथ हैं।"

अकरम ने कहा कि पाकिस्तान का 2011 विश्व कप की मेजबानी का सपना अब सपना ही रह जाएगा। उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ क्रिकेट की ही बात नहीं कर रहा हूं। यह घटना अपने आप में इतनी भयंकर है कि इसकी खुलकर निंदा की जानी चाहिए। मैं नहीं जानता कि यह किसने किया है लेकिन इससे हमारे अतिथिसत्कार की परंपरा को जबरदस्त क्षति पहुंची है।"

वकार ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा इस बात को लेकर गर्व महसूस किया है कि यहां खेल से प्यार करने वाले लोग हैं लेकिन अगर इस तरह की घटनाएं यहां होती रहीं तो ऐसा सोचने वाले लोग खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा, "इस घटना में हमारी परंपरा, संस्कृति और क्रिकेट के साथ-साथ कई और चीजों पर जबरदस्त प्रहार किया है। हम अब यह नहीं कह सकते कि हम खेलों से प्यार करते हैं।"

श्रीलंका के पूर्व कप्तान अरविंद डी सिल्वा ने कहा कि इस घटना के बाद पाकिस्तान के वर्ष 2011 में विश्व कप का मेजबान बने रहने की संभावना लगभग खत्म हो गई है।

उधर, श्रीलंकाई टीम के दिग्गज बल्लेबाज सनत जयसूर्या ने अपने साथियों की सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा, "क्रिकेट पर कभी भी इस तरह का हमला नहीं हुआ। मैंने अपने साथियों से बात की है। वे सुरक्षित हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द स्वदेश लाया जाए।"

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को तीसरे दिन के खेल के लिए होटल से गद्दाफी स्टेडियम जाते वक्त श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के काफिले पर अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसमें कप्तान माहेला जयवर्धने, कुमार संगकारा, असंथा मेंडिस, थिलन समरवीरा, थरंगा पारानाविताना और चमिंडा वास घायल हो गए, जबकि पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए।

घायल हुए चार खिलाड़ियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि दो का अभी भी इलाज चल रहा है। इस निंदनीय घटना के बाद श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के बाकी के सदस्यों को फौरन स्वदेश रवाना करने की व्यवस्था की जा रही है। खिलाड़ियों को गद्दाफी स्टेडियम से पाकिस्तान वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा हवाई अड्डा पर ले जाया गया।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X