कंधमाल मामलों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट
इन मामलों की सुनवाई के लिए रविवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन इसलिए किया गया है, जिससे सभी मामलों का निपटारा जल्द से जल्द हो सके।
उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बीएस चौहान ने यहां से 200 किलोमीटर दूर फूलबनी और बल्लीगुडा जिला मुख्यालयों में कोर्ट की शुरुआत की।
फूलबनी जिला अदालत के रजिस्ट्रार रंजन कुमार पांडा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नई अदालतों में दो न्यायाधीशों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या और उसके बाद भड़की हिंसा से संबंधित सभी मामलों की सुनवाई इन्हीं दो अदालतों में होगी।
स्थानीय अदालतों से इन फास्ट ट्रैक अदालतों में मुकदमों के स्थानांतरण का कार्य सोमवार से शुरू होगा। इसके अंतर्गत करीब 700 मुकदमों की सुनवाई होनी है।
गौरतलब है कि 23 अगस्त 2008 को कंधमाल जिले में स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती हत्या कर दी गई थी। उसके बाद कंधमाल समेत उड़ीसा के कई शहरों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई थी। यही नहीं एक नन के साथ बलात्कार का मामला भी इसी हिंसा के दौरान आया था।