पहले स्वदेशी विमान वाहक पोत का नाम होगा आईएनएस विक्रांत (संशोधित)
नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। देश के पहले स्वेदशी विमान वाहक पोत का नाम आईएनएस विक्रांत होगा और इसे भारतीय नौसेना में वर्ष 2015 तक शामिल कर लिया जाएगा। इसी नाम के ब्रिटेन में बने पोत को वर्ष 1960 में आयात किया गया था और इसने 1971 के पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान महत्वूपर्ण भूमिका निभाई थी।
कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) से जुड़े एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "विमान वाहक पोत का नाम आईएनएस विक्रांत इसकी सुनहरी यादों को समेटने के मकसद से रखा गया है। आईएएनएस विक्रांत 36 वर्ष की सेवा के बाद 1997 में नौसेना से अलग हुआ था।"
दरअसल, 40,000 टन वाहक क्षमता वाला पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत सीएसएल में निर्माणाधीन है। रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने 28 फरवरी को इसके निर्माण की आधारशिला रखी थी।
अधिकारी ने बताया, "यह स्वदेशी पोत पहले वाले पोत से कई मामलों में अलग होगा। इस पर सिर्फ भारत की मुहर होगी।"
गौरतलब है कि ब्रिटेन में बने आईएनएस विक्रांत को वर्ष 1961 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।