पाक से आतंकी गतिविधियों का संचालन दुर्भाग्यपूर्ण : प्रणब (लीड-1)
मुखर्जी ने बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) के जवानों द्वारा किए गए विद्रोह को बांग्लादेश का घरेलू मामला बताते हुए कहा है कि शेख हसीना की सरकार वर्तमान परिस्थिति से निपटने में सक्षम है।
मुखर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमने पाकिस्तान से कहा है कि उसके नियंत्रण वाले इलाकों में स्थित आतंकवादी भारत में हमलों को अंजाम दे रहे हैं। पाकिस्तान के दो राष्ट्रपति वादा कर चुके हैं कि वे ऐसी हरकतों को इजाजत नहीं देंगे, लेकिन पाकिस्तानी धरती का इस्तेमाल अभी भी ऐसी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।"
विदेश मंत्री मुखर्जी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भरोसा दिलाया था कि पाकिस्तान, आतंकवादियों को अपनी धरती के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देगा।
मुखर्जी ने कहा, "यही वादा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने 24 सितंबर 2008 को न्यूयार्क में एक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ दोहराया था।"
मुखर्जी ने कहा, "हमने पाकिस्तान से कहा है कि एक जिम्मेदार राष्ट्र के नाते आतंकवाद का मुकाबला करने के प्रति आपकी जवाबदेही बनती है।"
मुखर्जी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से पूर्व में किए गए वादे पर खरा न उतरने के कारण पाकिस्तान के साथ जारी चार वर्ष पुरानी संवाद प्रकिया तनावपूर्ण स्थिति में है। फिर भी हमने संवाद प्रक्रिया को बंद नहीं किया है।
मुखर्जी यहां एक संगोष्ठी के मौके पर संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे।
मुखर्जी से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या बांग्लादेश विद्रोह में पाकिस्तान का हाथ हो सकता है? मुखर्जी ने कहा, "यह बांग्लादेश का एक घरेलू मामला है। वहां लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई एक सरकार है। वे इस परिस्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम हैं।"
मुखर्जी ने कहा, "मैं किसी देश के घरेलू मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं बांग्लादेश की निर्वाचित सरकार की पूर्ण सफलता की कामना करता हूं।"
ज्ञात हो कि खराब वेतनमान और बार-बार स्थानांतरण के मुद्दे को लेकर बीडीआर के जवानों ने बुधवार को सुबह विद्रोह कर दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।