बांग्लादेश में विद्रोह की जांच पर राजनीतिक कलह
स्थानीय समाचार पत्र 'न्यू एज' के मुताबिक प्रमुख विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने इस पूरे मामले की सर्वदलीय जांच कराने की मांग की है।
बीएनपी प्रमुख खालिदा जिया ने विद्रोह के दौरान प्रधानमंत्री शेख हसीना की ओर से उठाए कदमों और विद्रोही जवानों को माफी दिए जाने को बड़ी रणनीतिक भूल करार दिया है।
दूसरी ओर हसीना की पार्टी अवामी लीग और सहयोगी दलों ने विद्रोह पर जिया के 'लंबी चुप्पी' साधने को लेकर सवाल खड़ा किया है। सत्ताधारी अवामी लीग ने कहा है कि विद्रोही सैनिकों को माफी विद्रोह को खत्म करने के मकसद से दी गई थी।
गौरतलब है कि बीडीआर के जवानों ने बुधवार को कम वेतन और कामकाज के खराब माहौल को लेकर बगावत कर दी थी। विद्रोह में 80 से अधिक लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर सेना के अधिकारी थे। बीडीआर के सुरक्षाकर्मियों ने दो दिनों के विद्रोह के बाद गुरुवार शाम आत्मसमर्पण कर दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।