राजस्थान में 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर
राज्य सरकार की ओर से सी.एस.राजन, प्रमुख शासन सचिव, उद्योग एवं ववासी प्रा.लि.की ओर से फरीद अरीफुद्दीन ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
इस एकीकृत परियोजना के अन्तर्गत 20,000 मेट्रिक टन की मोनोक्रिस्टलाईन वर्धन सुविधा , 2000 मेगावाट की मोनोक्रिस्टलाईन पी.वी मॉड्यूल निर्माण इकाई, 240 मेगावॉट की फिल्म पी.वी. पतली फिल्म निर्माण इकाई एवं एक फ्लोट ग्लास प्लांट निर्मित किया जायेगा।
कंपनी द्वारा निर्मित सिलीकोन का उपयोग सौर ऊर्जा पैनल के निर्माण में, कम्प्यूटर उद्योग में चिप्स के रूप में, सौर, सेमी कन्डक्टर एवं अंतरिक्ष संबंधी उद्योग में किया जायेगा।
उत्पादन के 60 प्रतिशत निर्यात होने पर इस कॉॅम्प्लेक्स से आगामी 7 वषों में 20 अरब यूरो की आय अर्जित होने की संभावना है। इस परियोजना से लगभग 16500 प्रत्यक्ष एवं 64 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर उपलब्ध होने की संभावना है।
परियोजना की सफल क्रियान्विति हेतु एक स्पेशल परपज व्हीकल (एस.पी.वी) का गठन ववासी-एस.के.एस. होल्डिंग, अल बुखारी ग्रुप एवं भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेन्सी (आई.आर.ई.डी.ए.) के मध्य किया जायेगा।
राज्य सरकार परियोजना को समय पर सफलतापूर्वक पूर्ण करने हेतु आवश्यक सहयोग एवं सुविधाऐं उपलब्ध करायेगी। परियोजना को निवेश संवर्धन ब्यूरो (बी.आई.पी) एकल खिड़की सेवा उपलब्ध कराएगा। राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित संचालक समिति परियोजना की प्रगति मोनिटर करेगी।
ववासी टेलीजेन्स प्राइवेट लिमिटेड का कारोबार दूरसंचार, रियल एस्टेट, अक्षय ऊर्जा, विमानन, इस्पात और सीमेन्ट सहित विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित है। ववासी ने हाल ही में मलेशिया की अलबुखारी कंपनी के साथ भागीदारी भी की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।