पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख बयान से मुकरे (लीड-2)
भारत ने कहा कि जांच से यह साबित हो चुका है कि मुंबई हमले को अंजाम देने वाले हमलावर समुद्र के रास्ते ही आए थे।
पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख ने साफ किया कि उन्होंने इस घटना पर गृह मंत्रालय के निष्कर्षो को विवादास्पद नहीं बनाया है। एडमिरल नोमान बशीर ने कराची शिपयार्ड में संवाददाताओं को बताया, "पाकिस्तानी नौसेना मुंबई हमले की जांच में सीधे तौर पर शामिल नहीं है। जांच गृह मंत्रालय कर रहा है। लिहाजा इस मामले में उनके पास ज्यादा जानकारी है।"
बशीर ने कहा कि मुंबई हमले की जांच रिपोर्ट को लेकर पाकिस्तानी गृह मंत्रालय और नौसेना में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, "पाकिस्तानी नौसेना के पास कोई सबूत नहीं है, इसका मतलब यह नहीं कि गृह मंत्रालय के पास भी सबूत नहीं है।"
बशीर ने शुक्रवार को यह कर एक विवाद को जन्म दे दिया था कि मुंबई हमले के दौरान एकमात्र जिंदा पकड़े गए आरोपी अजमल आमिर कसाब के समुद्र के रास्ते से मुंबई पहुंचने का कोई सबूत नहीं है।
बशीर ने शुक्रवार की अपनी टिप्पणी का हवाला देते हुए मीडिया को यहां बताया कि वह मात्र नौसेना प्रमुख के रूप में बात कर सकते हैं, वह कोई सरकारी प्रवक्ता नहीं हैं। बशीर ने कहा कि मुंबई हमले की जांच पाकिस्तानी नौसेना नहीं कर रही थी, लिहाजा उनके पास इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इस बीच कोचीन शिपयार्ड में देश के प्रथम विमानवाहक पोत के निर्माण कार्य का शुभारंभ करते हुए रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी ने कहा, "26/11 की घटना के बाद हमारी एजेंसियों ने मुकम्मल जांच की है और वे इस नतीजे पर पहुंची हैं कि हमलावर समुद्र के रास्ते ही मुंबई में दाखिल हुए थे।"
नौसेना के प्रमुख एडमिरल सुरीश मेहता ने यही बात दोहराते हुए कहा, "हम सभी जानते हैं कि हमारी जांच एजेंसियां सक्षम हैं और उन्होंने इस बात के ठोस दस्तावेज मुहैया कराए हैं कि हमलावर समुद्र के रास्ते ही शहर में दाखिल हुए थे।"
एंटनी और मेहता दोनों ही शुक्रवार को पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख एडमिरल नोमान बशीर की ओर से किए गए दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। बशीर ने कहा था कि मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों के सिलसिले में पकड़ा गया एकमात्र जीवित आतंकवादी मोहम्मद अजमल आमिर कसाब समुद्र के रास्ते भारत में दाखिल नहीं हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।