शेयर बाजारों में रहा तेजी का रुख (साप्ताहिक समीक्षा)
बंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक शुक्रवार को पिछले 20 फरवरी को बंद के मुकाबले सप्ताह भर के दौरान 0.55 फीसदी यानी 48.4 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ। गत 20 फरवरी को सेंसेक्स 8,843.21 अंक पर बंद हुआ था।
इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का संवेदी सूचकांक पिछले सप्ताह के बंद के मुकाबले करीब एक फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 2,763.5 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में हालांकि बीएसई मिडकैप सूचकांक में 33.43 अंकों की जबकि बीएसई स्मालकैप सूचकांक में 54.58 अंकों यानी 1.73 फीसदी की गिरावट रही।
नई दिल्ली स्थित शेयर कारोबार से जुड़ी फर्म एसएमसी ग्रुप के मुख्य कार्यकारी जगन्नाथम थुनुगुंटला ने कहा, "जीडीपी और रुपये में गिरावट के बावजूद बाजार अपने को संभालने में सक्षम रहा और इसमें मिलाजुला रुख रहा। इस बात की फिलहाल किसी को उम्मीद नहीं है कि बाजार फिर कब पटरी पर लौटेगा।"
इस सप्ताह कारोबारी दिन की शुरुआत मंगलवार से हुई क्योंकि सोमवार को महाशिवरात्रि की वजह से अवकाश था।
मंगलवार को सरकार ने उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा की जिसकी वजह से बाजार में कुछ शेयरों में तेजी देखी गई लेकिन यह तेजी बरकरार नहीं रह सकी और सेंसेक्स 21.15 अंकों की गिरावट के साथ 8,822.06 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 2,733.9 अंक पर बंद हुआ।
बुधवार को सेंसेक्स 80.5 अंकों की तेजी के साथ 8,902.56 पर जबकि निफ्टी 1.05 फीसदी की तेजी के साथ 2,762.5 अंक पर बंद हुआ।
गुरुवार को सेंसेक्स में 52.3 फीसदी की तेजी रही और यह 8,954.86 अंक पर एवं निफ्टी 0.98 फीसदी की तेजी के साथ 2,785.65 अंक पर बंद हुआ।
बंबई स्टाक एक्सचेंज में जिन शेयरों के मूल्य बढ़े उनमें टाटा मोटर्स (11 प्रतिशत), मारुति सुजुकी (7.2 प्रतिशत), एनटीपीसी लि. (3.3 प्रतिशत) और हिंदुस्तान यूनीलिवर (1.7 प्रतिशत) प्रमुख रहे।
जिन शेयरों के मूल्यों में गिरावट रही उनमें रैनबैक्सी (22.2 प्रतिशत), आईसीआईसीआई बैंक (9.4 प्रतिशत), एचडीएफसी (8.5 प्रतिशत) और अंबुजा सीमेंट (8.4 प्रतिशत) प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इस सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कुल 31.13 करोड़ डॉलर के शेयरों की बिकवाली की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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