गंदी राजनीति कर रहे जरदारी: शरीफ
कोर्ट के फैसले पर नवाज शरीफ ने कहा है कि यह सब राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पर गंदी राजनीति के परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि यह एक तरह से पाकिस्तान पर हमला है। उन्होंने पूरे राष्ट्र से इस निर्णय की खिलाफत करने का आह्वान किया है।
नवाज शरीफ ने कहा है कि हाल ही में शहबाज शरीफ को जरदारी ने भोजन पर बुलाया और उनके साथ एक सौदा करना चाहा। उसके तहत उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं, बशर्ते कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अब्दुल हमीद डोगर का कार्यकाल बढ़ाने में मदद करे।
पीएमएल-एन के प्रवक्ता सिद्दिकुल फारुक ने मीडिया से कहा, "हम इन अदालतों को वास्तविक और संवैधानिक न्यायालय नहीं मानते। ये कंगारू अदालतें हैं और हमें इस फैसले की रत्ती भर भी परवाह नहीं। इन फैसलों की कोई कीमत नहीं है।"
पंजाब प्रांत में सरकार गिरी
मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ का निर्वाचन रद्द किए जाने के कारण पंजाब की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार गिर गई। वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। अदालत के इस निर्णय के विरोध में पूरे पाकिस्तान खासकर पीएमएल-एन के गढ़ पंजाब में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय न्यायमूर्ति मूसा लेघारी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ के संक्षिप्त मौखिक आदेश के रूप में आया। खंडपीठ नवाज शरीफ को चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित करने के लाहौर उच्च न्यायालय के एक निर्णय के खिलाफ याचिका की सुनवाई कर रही थी। सर्वोच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय के निर्णय को बरकरार रखा।