हसीना विद्रोही सैनिकों के साथ बातचीत को तैयार (लीड-4)
यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश (यूएनबी) ने हसीना हवाले से कहा है कि वह विद्रोहियों की हर समस्याओं व शिकायतों को सुनने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि वे हथियार डाल दें।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को बुधवार को उस समय भयानक संकट का सामना करना पड़ा, जब बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) के सैनिकों ने विद्रोह कर दिया और राजधानी ढाका में कम से कम चार व्यक्तियों की हत्या कर दी और कई को घायल कर दिया।
सैनिकों ने बीडीआर के महानिदेशक मेजर जनरल शकील अहमद के मारे जाने की अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा है कि अहमद बीडीआर मुख्यालय में पूरी तरह सुरक्षित हैं।
बीडीआर के एक सैनिक ने एक निजी चैनल को बताया, "उनके घायल होने की बात पूरी तरह झूठी है। हमने उन्हें किसी तरह की चोट नहीं पहुंचाई है।"
सैनिक ने कहा, "बीडीआर के महानिदेशक को मुख्यालय के अंदर बंधक बना कर रखा गया है और वह पूरी तरह सुरक्षित हैं। हमने उन्हें तब बंधक बनाया जब हम पर हमला किया गया।"
पीलखाना में स्थित बीडीआर मुख्यालय में इस त्रासदी के लगभग आधा दिन बीत जाने के बाद सैनिकों का एक 14 सदस्यीय दल प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात के लिए उनके सरकारी आवास गया। लेकिन उन्होंने किसी युद्ध विराम के पहले विद्रोहियों को क्षमा करने की मांग की।
विद्रोहियों ने बताया कि मुख्यालय में 20,000 विद्रोही सैनिक हथियार डालने को तैयार नहीं हैं।
उनकी मांग है कि वे प्रधानमंत्री या फिर गृह मंत्री सहारा खातून के अलावा और किसी से बात नहीं करेंगे।
बताया गया है कि दयनीय वेतनमान टौर कार्य शर्ते सैनिकों के विद्रोह का कारण हैं।
एक अज्ञात सैनिक के हवाले से स्टार आनलाइन ने लिखा है, "हर कोई जानता है कि हम कितने दयनीय हालातों में रहते हैं। हमारे पास अपना कोई विभाग तक नहीं है।"
सैनिक ने आगे कहा है, "हमें हथियार डालने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन जब तक हमारी मांगे नहीं मान ली जाती, तब तक हम ऐसा नहीं करेंगे और यह संघर्ष जारी रहेगा।"
उधर, सड़कों पर जमा लोगों ने बताया कि बीडीआर मुख्यालय में घुसने की कोशिश कर रही सेना को परिसर के सभी दरवाजों पर विद्रोही अर्धसैनिक बलों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।
भारी संख्या में सेना ने बीडीआर मुख्यालय को घेर लिया है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार अनिश्चित संख्या में मौतें हुई हैं। एक निर्दोष रिक्शेवाले की भी मौत का समाचार है।
बांग्लादेश के अधिकारियों ने विद्रोहियों से अपना हिंसक प्रदर्शन बंद करने और तत्काल बैरकों में लौटने का आग्रह किया है।
एक विद्रोही ने दावा किया कि सुबह 7.45 बजे से आरंभ हुए विद्रोह के बाद से हजारों राउंड गोलीबारी हो चुकी है और चार सैन्य अधिकारियों की मौत हो चुकी है।
कुछ अधिकारियों का मानना है कि मौतों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि सैनिकों को सभी ओर गोलियां चलाते देखा गया है। सेना के हेलीकाप्टर ने भी बीडीआर परिसर में गोलीबारी की।
बांग्लादेश टेलीविजन के अनुसार तोपों और भारी हथियारों के उपयोग के कारण कुछ इमारतों को नुकसान हुआ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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