पाकिस्तान को चाहिए जानकारी, भारत ने कहा पहले कार्रवाई करें (लीड-1)
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि वार्ता स्थगित है और हम पाकिस्तान से चाहते हैं कि वह आतंकी ढांचों को नष्ट करने के लिए कार्रवाई करे।
समाचार पत्र 'डान' की रिपोर्ट में मंगलवार को कहा गया कि हेमंत करकरे और दो अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों अशोक काम्टे और विजय सालस्कर की हत्या के एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी कांस्टेबल अरुण जाधव के बयान को भी मांगा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के अधिकारियों ने दो दस्तावेज तैयार किए हैं। एक में 30 प्रश्न और दूसरे में दो प्रश्न अधिक हैं।
अखबार के अनुसार प्रश्नों में कसाब और उसके संचालकों की वार्ता के टेप के विस्तृत ब्योरे और आतंकवादियों के विदेशों से संबंधों के किसी सबूत की मांग की गई है। पाकिस्तान ने तिथिवार सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की है।
रिपोर्ट में कहा गया कि यह महत्वपूर्ण है कि करकरे भारत में बड़े पैमाने पर मुस्लिमों की हत्या से संबंधित मामलों की जांच कर रहे थे इनमें समझौता एक्सप्रेस बम कांड में कथित तौर पर शामिल लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित भी शामिल था।
अखबार के अनुसार सूरत के हीरा व्यापारियों और पाकिस्तान के कुछ हिंदुओं के संबंधों को भी स्पष्ट किए जाने की आवश्यकता है। क्योंकि हीरा व्यापारियों पर पुरोहित के माध्यम से मालेगांव बम धमाकों के आरोपियों को वित्तीय मदद उपलब्ध कराने का आरोप है।
इस बीच मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने कहा कि 26 नंवबर को मुंबई पर आतंकवादी हमले में जीवित पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल आमिर कसाब के ऊपर बुधवार को न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा।
मारिया ने संवाददाताओं से कहा कि आशा है कि इस विशाल आरोप पत्र में 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के सभी प्रश्नों का उत्तर होगा।
हमला करने वाले 10 में से पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी कसाब के ऊपर 12 विभिन्न मामले दर्ज किए गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।