कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
पीपुल्स डेमाकेट्रिक पार्टी (पीडीपी) ने पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में सरकार को मानवाधिकारों के मुद्दे पर घेरेने की तैयारी कर रखी है। पिछले सप्ताह उत्तरी कश्मीर के सोपोर कस्बे में भारतीय सेना के हाथों दो युवकों की हत्या ने पीडीपी को नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार के खिलाफ एक मजबूत मुद्दा दे दिया है।
पीडीपी के एक नेता मुर्तजा खान ने कहा, "हम इस मुद्दे को पूरी ताकत के साथ उठाएंगे। मानवाधिकार हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।"
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जम्मू क्षेत्र के साथ भेदभाव बरतने का मुद्दा उठाने की तैयारी में है। नवंबर-दिसंबर में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा इस क्षेत्र में 11 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी।
भाजपा नेता चमनलाल गुप्ता ने कहा, "जम्मू क्षेत्र की हर मामले में उपेक्षा की गई है। इसके खिलाफ आवाज उठाना और वर्तमान राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण नीतियों को समाप्त करने की मांग करना हमारा कर्तव्य बनता है।"
गुप्ता ने कहा, "जम्मू, क्षेत्रफल और आबादी के लिहाज से बड़ा है, इसके बावजूद यहां 37 विधानसभा सीटें ही हैं, जबकि कश्मीर में घाटी में 46 सीटें हैं। यह इस क्षेत्र के साथ सबसे बड़ा भेदभाव है। इसका हर हाल में अंत किया जाना चाहिए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*