बापू के सामान के लिए धन जुटा रहे तुषार गांधी
हाल ही में दैट्स हिंदी से बातचीत में तुषार गांधी ने कहा था कि बापू का सामान भारत की संपत्ति है और उसे वापस लाने के लिए वो हर संभव प्रयास करेंगे। अगर नीलामी नहीं रुकी तो वो सामान की कीमत तक देने को तैयार हैं।
न्यूयॉर्क में होने वाली नीलामी में बापू के चश्मे, पॉकेट घड़ी और चप्पलें नीलाम होंगी। इनकी कीमत को चुकाने के लिए तुषार गांधी ने देश के आम नागरिकों से अपील की है कि वो धन जुटाने में उनका सहयोग करें। इसके लिए तुषार गांधी ने एक बैंक खाता खोला है। इस खाते में जमा होने वाली रकम से ही वो बापू के सामान को अपने देश लायेंगे।
तुषार गांधी का कहना है कि वो इसके लिए राजनेताओं या कॉर्पोरेट दिग्गजों से नहीं कहेंगे। वो सिर्फ आम भारतीयों से अपील कर रहे हैं कि वो अपना आर्थिक सहयोग प्रदान करें। धन जुटाने के लिए तुषार गांधी ने बैंक ऑफ बड़ौदा की विले पार्ले (पश्चिम) मुंबई शाखा में खाता खुलवाया है। इस खाते में बैंक आफ बड़ौदा की किसी भी शाखा से धन जमा किया जा सकता है।
कैसे
करें
आर्थिक
सहयोग
अगर
आप
बापू
के
सामान
को
भारत
लाने
में
आर्थिक
सहयोग
करना
चाहते
हैं
तो
बैंक
ऑफ
बड़ौदा
की
किसी
भी
शाखा
में
जाकर
आप
धन
जमा
कर
सकते
हैं।
धारक:
Tushar
Gandhi
Account
Mahatma
Gandhi
Auction
Fund
खाता
संख्या-
04200100021002
बैंक
शाखा:
Bank
of
Baroda,
Vile
Parle
(West),
Mumbai
रकम
जमा
करने
से
पहले
बैंक
स्लिप
जरूर
ले
लें।
तुषार गांधी ने कहा है कि वो इस रकम से बापू का सामान लाने के प्रयास करेंगे। अगर वो असफल रहे तो वो हर सहयोग करने वाले का पैसा वापस कर देंगे। इसलिए अकाउंट में रकम जमा करते समय बैंक स्लिप जरूर प्राप्त कर लें।
इस संबंध में तुषार गांधी ने कहा कि बापू का सामान अनमोल है और उसके लिए हर भारतीय हो आगे आना चाहिये। तुषार गांधी को उम्मीद है कि भारतवासी इसमें जरूर सहयोग करेंगे। उन्होंने डेढ़ करोड़ रुपए तक जुटने की उम्मीद जतायी है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ बापू की कुछ चीजों का सवाल नहीं है, इससे बापू का सम्मान जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि बापू की प्रतिमा को हम राष्ट्रीय ध्वज के रूप में मानते हैं। मैं उनके सामान के लिए जुटायी जा रही रकम के लिए कोई कर नहीं जमा करुंगा चाहे जेल ही क्यों न जाना पड़े।
तुषार गांधी ने कहा कि जब से बापू के सामान की नीलामी की खबर आयी है, तब से उनके पास आम हिंदुस्तानियों के फोन और एसएमएस आ रहे हैं, लेकिन सरकार या किसी कॉर्पोरेट दिग्गज की एक भी कॉल नहीं आयी।