प्रणब व बुद्धदेब ने एक मंच से की ममता की आलोचना
दरअसल, ममता बनर्जी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता मुखर्जी को बुद्धदेब के साथ एक मंच पर नहीं आने की सलाह देते हुए कहा था कि राज्य में सत्ताधारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन की सरकार जनता के बीच उनका (मुखर्जी) का इस्तेमाल करना चाहती है।
गौरतलब है कि आने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना जताई जा रही है।
मुखर्जी और मुख्यमंत्री ने राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी की प्रमुख की आलोचना एक सुर में की। मुखर्जी ने रविवार को सार्वजनिक तौर टाटा की नैनो कार परियोजना का विरोध करने के लिए ममता की आलोचना की।
उन्होंने कहा, "हमारे देश में विकास के रास्ते में कई बाधाएं हैं। हम एक गरीब देश हैं और यहां धन की कमी है। लेकिन कुछ दिक्कतें स्वयं खड़ी की जाती है, ऐसे में इससे दुखद कुछ नहीं हो सकता।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।