उलेमा काउंसिल की रैली में हजारों मुसलमानों ने लिया हिस्सा (लीड-1)
रैली को संबोधित करते हुए मौलानाओं ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां मुसलमानों की समस्याएं सुलझाने में विफल साबित हुई हैं, लिहाजा काउंसिल लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े करेगा। इस अवसर पर लखनऊ से अमरेश मिश्रा को काउंसिल का उम्मीदवार घोषित किया गया।
उलेमाओं ने आरोप लगाया कि बाल ठाकरे, लाल कृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह और नरेंद्र मोदी जैसे नेता देश में शांति और भाईचारे के लिए खतरा हैं, न कि मुसलमान।
लखनऊ में टीले वाली मस्जिद के मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए काउंसिल के संयोजक मौलाना आमिर रशीद मदनी ने कहा कि बाल ठाकरे, लाल कृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह और नरेंद्र मोदी से देश में भाईचार को खतरा है। इस मौके पर प्रमुख शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद ने कहा कि मुसलमानों को एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।
उलेमा काउंसिल ने राज्य की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लिया।
इससे पहले हजारों मुसलमान प्रदर्शनकारी आजमगढ़ से दो विशेष ट्रेनों (उलेमा एक्सप्रेस) में भर कर कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार तड़के लखनऊ पहुंचे।
बाटला हाउस मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग को लेकर उलेमा काउंसिल की ओर से पिछले दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया गया गया था।
मदनी ने आगे कहा कि जब तक सरकार बाटला हाउस मुठभेड़ की न्यायिक जांच नहीं कराएगी तब तक दिल्ली के जंतर-मंतर की तर्ज पर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में बाटला हाउस मुठभेड़ में आजमगढ़ के तीन युवक मारे गए थे।
उलेमा काउंसिल ने ऐलान किया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ सहित कई लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। मदनी के कहा कि जल्द ही प्रदेश की अन्य सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी।
उधर उलेमा काउंसिल के विरोध प्रदशर्न को लेकर राजधानी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने लखनऊ में शुक्रवार को बताया कि जिन-जिन इलाकों से उलेमा काउंसिल के सदस्य गुजरेंगे वहां भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।